नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को संघ प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। कोरोना महामारी के कारण इस समारोह में कुछ ही लोगों को आमंत्रित किया गया था। हालांकि लोग टीवी और सोशल मीडिया के जरिए इस ऐतिहासिक पल का गवाह बने। भारत के साथ-साथ दुनिया की भी नजरें कल अयोध्या पर ही टिकी थीं।
भारत के अलावा राम मंदिर भूमि पूजन का लाइव प्रसारण ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, थाइलेंड, नेपाल सहित अन्य देशों में किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य रूप से प्रसारण दूरदर्शन के द्वारा किया गया। लाइव टेलीकास्ट के लिए मल्टीपल कैमरा, आउटसाइड ब्रॉडकास्टिंग (OB) और डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग (DSNG) वैन को तैनात किया गया था। लोगों ने YouTube सहित अन्य डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से भी भूमि पूजन के कार्यक्रम को देखा।
विदेश की बात करें तो दूरदर्शन के अनुसार, सबसे अधिक दर्शकों की संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, ओमान, कुवैत, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका आई और मॉरीशस में रही। भारत में 200 से अधिक चैनलों ने इस कार्यक्रम का प्रसारण किया।
समाचार एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल (ANI) के माध्यम से लगभग 1200 स्टेशनों और एसोसिएटेड प्रेस टेलीविज़न न्यूज़ (एपीटीएन) द्वारा दुनिया भर के 450 मीडिया समूहों को प्रसारण की इजाजत दी गई थी।