मां लक्ष्मी को चंचल स्वभाव का मानते हैं। कहते हैं कि मां लक्ष्मी कभी एक स्थान या एक व्यक्ति के पास नहीं रुकती हैं। कहते हैं कि जहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है, वहां दरिद्रता आती है। इसलिए मां लक्ष्मी का प्रसन्न रहना जरुरी होता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, कई बार मां लक्ष्मी व्यक्ति के स्वभाव और आदतों से भी रुठ जाती है। माना जाता है कि व्यक्ति को बुरी आदतों और बुरे कर्मों वाला नहीं होना चाहिए। वरना उसके पास धन कभी टिकता नहीं होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जानिए कौन-सी आदतों को छोड़ने से मां लक्ष्मी को कर सकते हैं प्रसन्न-
1. स्वच्छ घर और मान-सम्मान
कहते हैं कि साफ-स्वच्छ जगह पर ही मां लक्ष्मी वास करती हैं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर की प्रतिदिन सफाई करनी चाहिए। घर की सफाई के साथ लोगों को मन भी साफ रखना चाहिए। कहते हैं जिस परिवार के लोग एक-दूसरे आदर या मान-सम्मान करते हैं। वहां मां लक्ष्मी का वास होता है।
2. महिलाओं का सम्मान-
माना जाता है कि जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता, वहां दरिद्रता आती है। महिलाओं को मां लक्ष्मी का रुप माना जाता है। कहते हैं कि जो लोग महिलाओं के साथ गुरुओं, बड़ों या गरीबों का अपमान करते हैं। उन पर मां लक्ष्मी कभी मेहरबान नहीं होतीं।
3. घर में सीधे प्रवेश-
कई लोगों की आदत होती है कि बाहर से आने के बाद वह सीधे बिस्तर या किचन में चले जाते हैं। वास्तु शास्त्र में इस आदत को खराब माना गया है। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में निगेटिव एनर्जी आती है। इसलिए घर में प्रवेश करके सबसे पहले हाथ-पैर साफ करने चाहिए।
4. पूजा के दौरान गलतियां-
अक्सर पूजा के दौरान हम अनजाने में गलतियां कर देते हैं। जिनका हमें नुकसान होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा के दौरान किसी भी साम्रगी को जमीन में नहीं रखना चाहिए। पूजा सामग्री को हमेशा थाल में ही रखना चाहिए।
(नोट- इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। )