लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रसार की बढ़ती जांच के बीच संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता देख योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने दो दिन के अवकाश का लाभ लेते हुए प्रदेश में 55 घंटा का लॉकडाउन किया है। जिससे कि लोगों को घरों में सिमटना होगा और सरकार को भी अधिक संक्रमण वाले शहर तथा जगह पर बचाव के उपाय बेहतर करने का समय मिलेगा।
लॉकडाउन के पहले दिन राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के ज्यादातर शहरों में इस पर कड़ाई से अमल होता भी नजर आया। आगरा, प्रयागराज, मेरठ, कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर तथा अन्य शहरों में भी लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। सड़क पर पुलिस तैनात है। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते जब लॉकडाउन का ऐलान हुआ तो सड़कें पूरी तरह से सूनी हो गई। हर तरफ सन्नाटा सा पसर गया था। लोग शुक्रवार रात से ही अपने घरों में हैं। इसका फायदा भी हुआ, सरकार जगह-जगह सैनिटाइजेशन का काम तेज गति से कर रही है। राजधानी में आज लोक भवन के साथ बापू भवन और विधानभवन को भी सैनेटाइज किया गया।
सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन रहेगा। प्रदेश में जुलाई माह के पहले दस दिन में दस हजार से अधिक संक्रमित आने के बाद से योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेश में 55 घंटों का मिनी लॉकडाउन लगाया है। सरकार इस करीब दो दिन के दिनों लॉकडाउन की समीक्षा करेगी। अगर परिणाम बेहतर रहेंगे तो इस तरह का प्रयोग आगे भी जारी रह सकता है। लखनऊ सहित आसपास के जिलों में सुबह से ही पुलिस ने लोगों को रोक रोक कर उनसे घरों से निकलने का कारण पूछा। इस लखनऊ में लॉकडाउन के साथ यूपी के कई जिलों में मौजूद हॉटस्पॉट को पूरी तरह सील किया गया।
दो दिन का लॉकडाउन शुक्रवार रात दस बजे से शुरू हो गया है। पुलिस और प्रशासन इस बार पहले से ज्यादा सख्ती करने की रणनीति बना चुका है। इसी के तहत शहर में चेकिंग प्वाइन्ट होंगे। प्वाइन्ट चार-चार घंटे पर बदल जायेंगे। बेवजह सड़क पर घूमने वालों से मौके पर ही जुर्माना वसूला जा रहा है। इसके साथ ही गाड़ी भी सीज करने की कार्रवाई हो रही है। अब तो प्रदेश में लॉकडाउन उल्लघंन करने की एफआईआर भी करायी जा सकती है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय शुक्रवार रात चेकिंग के दौरान खुद भी मौजूद थे। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि जरूरी सामनों को लेने के लिए निकले लोगों को ही छूट मिलेगी। प्रमुख चौराहों पर शुक्रवार रात ही से लाउडस्पीकर से ही चेताया भी जाने लगा कि 11 और 12 जुलाई को घरों में ही रहे। जरूरी सामान भी मोहल्ले के अंदर की दुकानों से खरीदने को प्राथमिकता दे।