लखनऊ । 58 वर्षीय महिला ने निजी लैब में टेस्ट कराया। जांच में कोरोना निकलने पर घबरा गई। भर्ती के लिए चौराहा पर आकर बैठ गई। वहीं, कोरोना रिपोर्ट दिखाकर भर्ती न करने का आरोप लगाया। ऐसे में आस-पास निकल रहे लोग घबरा रहे। पुलिस ने हेल्थ टीम को फोन कर महिला को अस्पताल भेजा।
चौक के एक निजी लैब में महिला में कोरोना की पुष्टि हुई। वहीं, पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने पर महिला चौपटिया चौराहे पर आकर बैठ गई। महिला का रिपोर्ट के साथ बैठे देख आस-पास के गुजर रहे लोगों ने कारण पूछा। ऐसे में खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया। यह सुनकर राहगीर घबरा गए। लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा मंडराने लगा। ऐसे में कटरा बिजन बेग पुलिस चौकी के पास मामला पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने हेल्थ कर्मियों से संपर्क साधा। एंबुलेंस से महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला का आरोप है कि पॉजिटिव आने के घंटों बाद भी सीएमओ के यहां से टीम भर्ती के लिए नहीं आई।
20 घंटे तक मरीज नहीं कराया गया भर्ती
यहियागंज भीमनगर से कोरोना मरीज मिलने पर दहशत फैल गई। मरीज के पड़ोसियों ने इसकी सूचना सीएमओ कंट्रोल रूम को दी। आरोप है कि 20 घंटे बाद तक
स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज को लेने नहीं पहुंची। ऐसे ही कई और मरीज कंट्रोल रूम फोन करते रहे। मगर, उन्हें समय पर अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जा सका।
30 एंबुलेंस लगीं, घर में रहने को मजबूर संक्रमित मरीज
मरीजों की शिफ्टिंग के लिए 30 एंबुलेंस लगी हैं। मगर, कई दिनों से लगतार डेढ़ सौ से ऊपर मरीज पॉजिटिव आ रहे हैं। ऐसे में व्यवस्था बेपटरी हो गई। संक्रमण की पुष्टि के बाद भी मरीज 12 से 20 घंटे तक मरीज घर में रहने को मजबूर हैं। उसका शिफ्टिंग के लिए नंबर समय पर नहीं आ पा रहा है। उधर, लोहिया संस्थान, साढ़ामऊ, लोकबंधु अस्पताल मरीजों से फुल रहा।