लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित के सोमवार को कांग्रेस की दो विधायकों की सदस्यता को रद करने की याचिका को अनसुना करने के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री की तरफ से कांग्रेस को झटका लगेगा। मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे जितिन प्रसाद राजस्थान के डिप्टी सीएम तथा प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए गए सचिन पायलट के साथ खड़े हैं। लगता है कि जितिन प्रसाद भी कांग्रेस को विदा कहने के मूड में हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट को आज राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया है। उनके खिलाफ पार्टी से बगावत करने का आरोप लगाया गया है। सचिन पायलट के साथ उनके समर्थक दो मंत्रियों की भी छुट्टी कर दी गई है। सचिन पायलट के साथ इस संकट की घड़ी में उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद खड़े हैं। पार्टी हाईकमान के निर्णय को चुनौती देने वाले जितिन प्रसाद लगता है कांग्रेस छोडऩे वाले हैं। केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार के दोनों कार्यकाल में सचिन पायलट के साथ मंत्री रहे जितिन प्रसाद अब सचिन पायलट के साथ हैं।
सचिन पायलट को पूर्व केंद्रीय मंत्री और यूपी कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद का साथ मिला है। प्रसाद ने राजस्थान सरकार से हटाए गए सचिन पायलट का समर्थन किया है। जितिन प्रसाद ने ट्वीट कर पार्टी के प्रति किए कामों के लिए सचिन पायलट की प्रशंसा की है। जितिन प्रसाद ने कहा कि सचिन पायलट ने समर्पण से किया काम, उम्मीद करता हूं सब जल्द ठीक हो।
जितिन ने जिस अंदाज में पायलट का साथ दिया है, उससे ये अटकलें लगने लगी हैं कि वो भी पायलट के अंदाज में ही कांग्रेस का दामन छोड़ सकते हैं। जितिन प्रसाद ने ट्वीट में लिखा है कि सचिन पायलट सिर्फ मेरे साथ काम करने वाले शख्स नहीं, बल्कि मेरे दोस्त भी हैं। कोई इस बात को नहीं नकार सकता कि इन दिनों उन्होंने पूरे समर्पण के साथ पार्टी के लिए काम किया है। उम्मीद करता हूं कि ये स्थिति जल्द सुधर जाएगी, दुखी भी हूं कि ऐसी नौबत आई।
केंद्र सरकार के मंत्री रहे जितिन प्रसाद को यूपी कांग्रेस के कद्दावर चेहरे के रूप में जाना जाता है। जितिन प्रसाद उन युवा नेताओं में से एक हैं, जिन्हेंं राहुल गांधी का बेहद खास कहा जाता रहा है। यूपी की धौरहरा सीट से प्रतिनिधित्व करने वाले जितिन हाल में कांग्रेस पार्टी के संगठन के लिए यूपी में ब्राह्मण चेहरों के साथ काम करने में जुटे हुए हैं। जितिन प्रसाद को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता है। कुछ वक्त से जितिन कांग्रेस पार्टी में हाशिये पर हैं। पार्टी में जितिन ने इसे लेकर कोई खुला विरोध नहीं किया है। जितिन प्रसाद के कई करीबी नेताओं का कहना है कि यूपी संगठन में प्रियंका गांधी का दखल बढऩे के बाद जितिन किनारे हो गए है।