भगवान शिव की आराधना करते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां


सावन का महीना खत्म होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। 3 अगस्त को सावन के आखिरी सोमवार का व्रत रखा जाएगा। सावन का महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है। ऐसी मान्यता है कि इस महीने में सच्चे दिल से की गई पूजा का फल और आशीर्वाद भक्तों को महादेव जरूर देते हैं। शास्त्रों के मुताबिक, सोमवार का दिन भगवान शिव की अराधना का होता है। माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। 


इन बातों का जरूर रखें ध्यान-


1. ऐसी मान्यता है कि सावन में बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए भगवान शिव के उपासकों को सावन महीने में बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए।


2. कहा जाता है कि सावन महीने में पूजा में तुलसी के पत्तों और केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि भगवान शिव को सफेद रंग के पुष्प अर्पित करने से पूजा का फल मिलता है।


3. कहते हैं कि भगवान शिव की पूजा में शिवलिंग को कभी हल्दी और कुमकुम नहीं लगाना चाहिए। कुमकुम को लेकर कहा जाता है कि सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए कुमकुम लगाती हैं। जबकि भगवान शिव को संहारक के रूप में जाना जाता है। ऐसे में पूजा के दौरान कुमकुम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।


4. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल के पानी से अभिषेक नहीं करना चाहिए। हालांकि भगवान शिव की प्रतिमा पर नारियल का फल अर्पित करना शुभ माना गया है।


5. शिवलिंक का अभिषेक करते समय कास्य और पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करना शुभ माना गया है।


6. भगवान शिव को अर्पित की जाने वाले सभी चीजें शुद्ध और निर्मल होनी चाहिए।