नाखूनों को सुन्दर और सजा-संवार कर रखने की बात यूं ही नहीं की जाती है। नाखून का आकार और इसका रूप रंग आपकी आर्थिक स्थिति और स्वाभव को भी दर्शाता है। ज्योतिष में मान्यता है कि जिसके नाखून पीले होते हैं उसके भाग्य मैं बच्चों का सुख नहीं होता। ज्योतिष में नाखूनों के बारे में ऐसी बहुत सी मान्यताएं हैं।
जिन व्यक्तियों के नाखून रेखा और धब्बों रहित चिकने और लालिमा युक्त होते हैं वह धनवान होता हैं। ऐसे नाखनू उत्तम माने जाते हैं। नाखून का आकार उंगली के पहले पोर का आधा होना उत्तम माना गया है। गर्ग संहिता के अनुसार जिस स्त्री के नाखून लाल, चमकीले, चिकने और उठे हुए होते हैं वह सौभाग्यशाली होती है। नाखून उंगली से कुछ बाहर निकले हों और गुलाबी हों तो यह भी सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। पुरूषों के नाखून मांस में अधिक धंसे नहीं हों और गोल हों ये धन-धान्य का सूचक होते हैं। ऐसा व्यक्ति दिन-प्रतिदिन उन्नति की ओर बढ़ता रहता है।
नाखून का लचीलापन कम हो गया है और वह आसानी से टूटने लगे हैं तो यह चिंतनीय है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार ऐसा होना दर्शाता है कि व्यक्ति अंदर से कमज़ोर और अस्वस्थ है। अंगूठे के नाखूनों के अलावा अन्य उंगलियों के नाखून भी अलग-अलग प्रकार के संकेत देते हैं। मध्यमा उंगली पर अर्धचन्द्र का उभरना बताता है कि जल्दी ही कहीं से धन लाभ होने वाला है। जिन लोगों को प्रमोशन की उम्मीद है उन्हें तर्जनी उंगली देखनी चाहिए। तर्जनी उंगली पर अर्धचन्द्र दिखे तो समझ लीजिए कि उन्नति की चाहत पूरी होने वाली है। हस्त रेखा विज्ञान के अनुसार अनामिका उंगली के नाखून के बीच तक अर्धचन्द्र की आकृति बनने पर मान-सम्मान एवं पुरस्कार मिलता है। इसे छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षाओं में मिलने वाली कामयाबी का भी संकेत माना जाता है। सबसे छोटी उंगली जिसे बुध की उंगली कहा जाता है। इस उंगली के नाखून पर अर्धचन्द्र का दिखना व्यापार में उन्नति एवं लाभ का संकेत होता है।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)