शाहजहांपुर। कोरोना काल में अब शहर के बाबा विश्वनाथ मंदिर में घंटा बजाने के लिए उसे छूने जरूरत नहीं होगी। बल्कि लगाए गए सेंसर के सामने हाथ सामने जाते ही घंटा खुद बज उठेगा। दूसरे अब मंदिर में दर्शन करने के लिए लाइन में खड़े होने की जरूरती नहीं होगी। श्रद्धालु घर बैठे ऑनलाइन दर्शन भी कर सकते हैं। इसकी व्यवस्था के लिए काम तेजी से चल रहा है।
मंदिर के घंटे में प्रयोग की गई सेंसर तकनीक को मंदसौर के नाहरू खान ने खोजा है। घंटे में प्रयोग शहर के रहने वाले वसीम ने किया है। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष राज कुमार खंडेलवाल ने बताया कि उन्हें मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित भगवान पशुपति नाथ महादेव मंदिर में सेंसर विधि से घंटा बजने की जानकारी हुई तो उन्होंने मंदिर व्यवस्थापकों से संपर्क स्थापित किया। पता चला कि सेंसर विधि से घंटा बजने की कला को नाहरू खान नामक एक व्यक्ति ने ईजाद किया है। नाहरू से मिलने पर उन्होंने इस तकनीक को शाहजहांपुर के बाबा विश्वनाथ मंदिर में स्थापित करने की हामी भर दी। इसके बाद सेंसर तैयार कराकर रविवार को नाहरू से ऑनलाइन संपर्क कर स्थानीय तकनीशियन वसीम ने बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर में उसे क्रियान्वित करा दिया गया। खंडेलवाल बताते हैं कि इस सेंसर के सामने श्रद्धालुओं के हथेली दिखाते ही मंदिर में लगा घंटा अपने आप बजने लगता है।
श्रद्धालुओं के लिए ये सेंसर किसी कौतूहल से कम नहीं है। बताया जाता है कि ऐसी ही सेंसर की व्यवस्था उज्जैन में महाकाल मंदिर में भी की गई है। अध्यक्ष राज कुमार ने बताया कि इसी सप्ताह से मंदिर में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी शुरू करा दी जाएगी, जिससे श्रद्धालु मंदिर की वेेबसाइट से जुड़कर बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर घर बैठे आरती में शामिल हो सकें।