घर-परिवार और आसपास लोगों के स्वास्थ्य पर यदि गौर करें तो देखा होगा कि कुछ का स्वास्थ्य बहुत अच्छा होता है। अगर उन्हें स्वास्थ्य समस्या आती भी हैं तो बहुत सामान्य या कभी-कभी छोटे-मोटे हेल्थ इशूज होते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अक्सर बीमार रहते हैं या बहुत जल्दी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। मौसम में थोड़े से परिवर्तन से भी स्वास्थ्य जल्दी प्रभावित हो जाता है। असल में इसके पीछे मुख्य कारण कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता है। जानिए कुंडली में ग्रह किस तरह स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
-जिन लोगों की कुंडली में लग्नेश ग्रह छटे या आठवे भाव में होता है या अपनी नीच राशि में होता है या लग्नेश ग्रह षष्टेश या अष्टमेश ग्रह के साथ होता है तो ऐसी में व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है।
-अगर कुंडली का लग्न भाव बहुत ज्यादा पीड़ित हो तो भी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है।
-जिन लोगों की कुंडली में चन्द्रमा छटे भाव में होता है उन लोगों की इम्युनिटी भी कमजोर होती है और ऐसे लोग जल्दी ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
-चन्द्रमा का आठवें भाव में होना और नीच राशि में होना भी इम्युनिटी को कमजोर बनाता है।
-अगर कुंडली के छटे या आठवें भाव में कोई बड़े नकारात्मक ग्रह-योग बने हुए हों तो ऐसे में भी व्यक्ति अक्सर बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
जिन लोगों की कुंडली में इस तरह के ग्रहयोग बने होते हैं उन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है और ये लोग बहुत जल्द बीमारियों से प्रभावित हो जाते हैं।
-अगर कुंडली का लग्न भाव बहुत ज्यादा पीड़ित हो तो भी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है।
-जिन लोगों की कुंडली में चन्द्रमा छटे भाव में होता है उन लोगों की इम्युनिटी भी कमजोर होती है और ऐसे लोग जल्दी ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
-चन्द्रमा का आठवें भाव में होना और नीच राशि में होना भी इम्युनिटी को कमजोर बनाता है।
-अगर कुंडली के छटे या आठवें भाव में कोई बड़े नकारात्मक ग्रह-योग बने हुए हों तो ऐसे में भी व्यक्ति अक्सर बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
जिन लोगों की कुंडली में इस तरह के ग्रहयोग बने होते हैं उन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है और ये लोग बहुत जल्द बीमारियों से प्रभावित हो जाते हैं।
उपाय जो देंगे राहत
-योग्य ज्योतिषी की सलाह से अपने लग्नेश ग्रह का रत्न जरूर धारण करें।
-अपनी कुंडली के लग्नेश ग्रह के बीज मंत्र की रोज एक माला जाप करें।
-महामृत्युंजय मंत्र का रोज एक माला का जाप करें।
-प्रतिदिन सुबह सूर्य भगवान को जल का अर्घ्य अवश्य दें।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
-योग्य ज्योतिषी की सलाह से अपने लग्नेश ग्रह का रत्न जरूर धारण करें।
-अपनी कुंडली के लग्नेश ग्रह के बीज मंत्र की रोज एक माला जाप करें।
-महामृत्युंजय मंत्र का रोज एक माला का जाप करें।
-प्रतिदिन सुबह सूर्य भगवान को जल का अर्घ्य अवश्य दें।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)