कोरोना संक्रमण की जांच जल्द घर बैठे की जा सकेगी। खास बात यह है कि आपको रिपोर्ट भी दस मिनट के भीतर मिल जाएगी। जी हां, ब्रिटेन में घरेलू कोविड-19 एंटीबॉडी टेस्ट किट का मानव परीक्षण शुरू करने की कवायदें तेज हो गई हैं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) के विशेषज्ञ ढाई हजार वॉलंटियर की तलाश में जुट गए हैं।
ब्लड शुगर नापने जितना आसान टेस्ट-
-पीएचई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और चार ब्रिटिश दवा निर्माता कंपनियों के सहयोग से बनाई गई किट की आजमाइश की तैयारियां कर रहा है। इस किट से कोरोना की जांच ‘ग्लूकोमीटर’ से ब्लड शुगर का स्तर आंकने जितनी आसान होगी। उंगली पर सुई चुभाकर निकली खून की एक बूंद से शरीर में सार्स-कोव-2 से लड़ने वाले एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता चल जाएगा।
नसों से खून निकालने की जरूरत नहीं-
-ब्रिटेन में फिलहाल एंटीबॉडी जांच के लिए रॉशे और एबॉट की बनाई जांच किट का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनमें व्यक्ति की नसों से खून का नमूना इकट्ठा करने की जरूरत पड़ती है। लिहाजा ये किट सिर्फ अस्पतालों, जांच केंद्रों और लैब में प्रयोग की जा सकती है। ऑक्सफोर्ड की किट उंगली पर एक सुई चुभोने मात्र से नमूने मिल जाएंगे। इस नमूनों को लैब भी नहीं भेजना होगा।
सटीक नतीजे देने का दावा-
-निर्माता कंपनियों ने घरेलू जांच किट को कोरोना के खात्मे में सक्षम एंटीबॉडी की पहचान में बेहद कारगर करार दिया है। उन्होंने बताया कि इस जांच किट के परीक्षण के लिए संक्रमण से उबर चुके मरीजों के अलावा स्वस्थ लोगों की भी जरूरत पड़ेगी। वैसे, कॉक्रेन इंस्टीट्यूट और बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के हालिया शोध की मानें तो कोरोना से संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए किए जाने वाले एंटीबॉडी टेस्ट के नतीजे व्यक्ति के वायरस की जद में आने के तीन से चार हफ्ते बाद ही सही आते हैं।