लखनऊ। एम्बुलेंस चालक की लापरवाही से गुरुवार को केजीएमयू में कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा पैदा हो गया था। दरअसल में एम्बुलेंस से सुलतानपुर के एक कोरोना संक्रमित मरीज को लाया गया। उसे कोरोना वार्ड के बाहर उतारकर एम्बुलेंस चली गई। दो घंटे तक मरीज सड़क पर तड़पता रहा। परिवारीजनों की शिकायत के बाद मरीज को आईसीयू में भर्ती किया गया। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आमनवीय कृत की शिकायत सीएम-डीएम को ट्वीटर पर की।सुलतानपुर निवासी मरीज परिवार के संग एम्बुलेंस से केजीएमयू पहुंचे। उसे गुर्दे की बीमारी भी है। परिवारीजनों का आरोप है कि एम्बुलेंस चालक ने मरीज को उतार दिया। मरीज की हालत गंभीर है। लिहाजा पत्नी ने आईसोलेशन वार्ड के सामने चादर बिछाई। मरीज को लिटा दी। परिवारीजनों का आरोप है कि कोरोना वार्ड में जाकर सूचना दी। इसके बावजूद मरीज को वार्ड में शिफ्ट करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। इस दौरान परिवार के लोग उसके पास बैठे रहे। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक सूचना मिलने के तुरंत बाद मरीज को शिफ्ट कराया गया। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। यदि एम्बुलेंस चालक की लापरवाही होगी या फिर अस्पताल कर्मचारी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।समाज सेवी ने लापरवाही उजागर कीसमाज सेवी वर्षा वर्मा केजीएमयू में कैंसर पीड़ितों को दवा बांटने आई थीं। कोरोना वार्ड के बाहर पड़े बेसुध मरीज के बारे में जानकारी ली। वर्षा ने फोटो खींचकर उसे मुख्यमंत्री व डीएम को ट्वीट किया।
वार्ड के बाहर पड़ा रहा कोरोना संक्रमित