आपके दिन की शुरुआत एक जोरदार ठहाके के साथ हो जाए तो आप चुस्त भी रहेंगे और दुरुस्त भी। सिर से लेकर एड़ी तक की सारी मसल्स खुल जाती हैं। आइए जानते हैं हंसने से होने वाले फायदे।
हंसता हुआ, नूरानी चेहरा। कहने के लिए यह एक गीत की पंक्तियां हैं, लेकिन यह बताने के लिए काफी है कि हंसता हुआ चेहरा हर किसी को पसंद होता है। दिल खोलकर हंसने का यह सिर्फ एक फायदा नहीं है, यह हर मर्ज की दवा है। स्वास्थ्य से जुड़े ऐसे कई शोध हालिया वर्षों में सामने आए हैं, जिन्होंने बताया है कि दिल की बीमारी से कैलोरी कम करने के तलबगार तक हर कोई इससे फायदा उठा सकता है। बस जरूरत है खुलकर हंसने की। हंसने से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं और अपने जीवन को सरस बना सकते हैं।
कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में एकांतवास या क्वांरटाइन मे रह रहे लोगों का अवसाद में चले जाना बहुत स्वाभाविक सी बात है। ऐसे में उन लोगों के लिए हंसना और ठहाका लगाते हुए बिताना किसी रामबाण से कम नहीं है। हंसने के कुछ अन्य फायदों के बारे में जानेंगे।
1. शरीर को आराम
हंसने से पूरे शरीर को आराम मिलता है। एक अच्छी हंसी, शारीरिक तनाव से छुटकारा दिलाती है। जिससे आपकी मांसपेशियों को करीब 45 मिनट तक आराम मिलता है।
2. प्रतिरक्षा मजबूत
हंसी प्रतिरक्षा प्रणाली यानि इम्यूनिटी को बढ़ाती है। हंसी तनाव हार्मोन को कम करती है और प्रतिरक्षा कोशिकाओं और संक्रमण से लड़ने वाले एंटीबॉडी को बढ़ाती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है।
3. दिल का दौरा
हंसी दिल को भी दोस्त है। यह रक्त वाहिकाओं के कार्य में सुधार करती है और रक्त के प्रवाह को बढ़ा देती है, जिससे आपके दिल के दौरे और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं से बचाव में मदद करती है।
4. जलाती है कैलोरी
हंसी से कैलोरी खर्च होती है। हालांकि यह जिम जाने का कोई रिप्लेसमेंट नहीं है, लेकिन एक अध्ययन में पाया गया है कि दिन में 10 से 15 मिनट तक हंसना लगभग 40 कैलोरी जला सकता है।
5. गुस्से से निजात
हंसी गुस्से के भारी बोझ को हल्का करती है। सामूहिक रूप से हंसना और भी अच्छा है। आप कड़वाहट या नाराजगी को एक ओर रखकर दिल खोलकर हंसे तो पाएंगे कि बिना टकराव के आगे बढ़ने में सक्षम हो सकते हैं।
6. लंबा जीवन देने में मददगार
हंसी आपको लंबे समय तक जीने में भी मदद कर सकती है। नार्वे में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि मजाकियां अंदाज वाले लोग दूसरों को बहुत ज्यादा पसंद आते हैं। कैंसर से जूझ रहे लोगों के लिए यह अंतर विशेष रूप से उल्लेखनीय था।
7. डायबिटीज से बचेंगे
हंसी न्यूरोएंडोक्राइन सिस्टम को प्रभावित करती है, जो शरीर के ग्लूकोज स्तर की निगरानी करता है। तनाव, भय और चिंता जैसी नकारात्मक भावनाओं के कारण रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। हंसी की एक अच्छी खुराक रक्त शर्करा को नियंत्रित करती है, क्योंकि यह ग्लूकोज उत्पादन के लिए जिम्मेदार अंतः स्त्रावी ग्रंथियों की मालिश करती है।