लखनऊ के अमीनाबाद स्थित मरकज वाली मस्जिद में छह तथा बांग्ला देश से आए 17 लोग मडि़यांव और काकोरी में मिले।
लखनऊ। राजधानी मेें मंगलवार को 23 विदेेशी नागरिक मिले। इनमेें 17 बांग्ला देश केे रहने वालेे हैं। वहीं दो कजाकिस्तान, दो तजाकिस्तान और दो अन्य करगिस्तान के रहने वाले हैं। पुलिस को आइआइएम रोड एक मस्जिद से सात और काकोरी के पलियां गांव स्थित मस्जिद से 10 बांग्ला देशी मिले हैं। सभी के पास वीजा है। पुुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि दिल्ली में हुए मरकज से इनका कोई संबंध नहीं है। पूछताछ में इन लोगों ने दिल्ली के जलसे में शामिल नहीं हाेने की बात कही है। हालांकि राजधानी के 18 लोगों के उस जलसे में शामिल हाेने की बात सामने आई है, जिन्हें दिल्ली में ही क्वारंटाइन किया गया है। अन्य लोगों केे बारे में छानबीन की जा रही है।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि मडि़यांव में रुकने वाले सात बांग्ला देशी 13 मार्च को राजधानी आए थे। इसके बाद से वह अलग अलग मस्जिदों में ठहरे। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। सातों 24 मार्च को मडियांव पहुंचे थे, जिन्हें चार अप्रैल को दिल्ली वापस जान था। सभी तब्लीगी जमात के हैं।
उधर, अमीनाबाद के मरकज वाली मस्जिद में विदेशी नागरिकों के पहुंचने की जानकारी मिलने पर पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी पहुंचेेे। इसके बाद छानबीन की गई तो पता चला कि कजाकिस्तान, तजाकिस्तान और करगिस्तान के छह लोग मस्जिद में रुके हैं। पूछने पर उन लोगों ने बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर 13 मार्च को लखनऊ आए थे। इस दौरान उन लोगों ने किराए पर कमरा भी लिया था। हालांकि मस्जिद में ही ठहरे हैं। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। विदेशी नागरिकों का कहना है कि वह दिल्ली स्थित जलसे में शामिल नहीं हुए थे। उनका उससे कोई लेना देना नहीं है।
ये लोग हुए थे शामिल
हजरत निजामुददीन नई दिल्ली में मरकज में शामिल हुए लोगों के दिल्ली में ही हाेने की बात बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक लखनऊ से कुल 18 लोग वहां शामिल हुए थे। इनमें सहाबुददीन, नसीर, मपाफी, सिराज, आरिफ, जावेद,मेराजुददीन, माेइनुददीन, खालिद, अब्दुल मन्नान, अम्मार, इमरान, असरार, आकिस, अब्दुल रहमान, इजहार, अतौर्रहमान और गुलामुददीन शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने विदेशी नागरिकों को अपने कमरे में ठहरने के निर्देश दिए और मस्जिद को बंद करा दिया। उधर, काकोरी के पलिया गांव में 10 बांग्ला देशी मिले हैं, जो दाेे दिन पहले वहांं पहुंचे थे। छानबीन में सामने आया है कि सभी 19 मार्च को लखनऊ आए थे, जिनके पास वीजा मिला है। इससे पहले वह सैदपुर गांव में रुके थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि सबसे पहले वह हुसैनाबाद मरकज वाली मंदिर में ठहरे थे। सभी को पलिया गांव के बड़ी मस्जिद में क्वारंटाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनका सैंपल जांच के लिए भेजा है।