नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया में हो रहे आंदोलन पर बाबा रामदेव ने कहा कि हर समय छात्रों को आंदोलन नहीं करना चाहिए। हर समय आजादी के नारे लगाना, जब गांधी जी वाली, नेहरू वाली और भगत सिंह वाली आजादी की बात होती है तो समझ आता है, लेकिन जब जिन्ना वाली आजादी के नारे लगाते है तो ये गद्दारी है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को एक बात सोचनी चाहिए कि देश के लोगों ने जनादेश बीजेपी को दिया है और हमें संविधान के अनुसार मोदी जी को 2024 तक का समय देना चाहिए। रामदेव ने कहा कि विपक्ष को विरोध करना चाहिए, जनआंदोलन करने चाहिए। उन्हें राष्ट्र निर्माण में भूमिका निभानी चाहिए, क्योंकि दुनिया में हमारा नाम बदनाम होता है।
बाबा ने कहा कि भारत जितना बीजेपी और मोदी का है उतना रामदेव और विपक्ष का भी है। उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी आज सबसे बड़ी समस्या है और इस पर काम करना चाहिए।
रामदेव ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर विदेशी कब्जा है। आंध्र और तमिलनाडु में पाम की खेती हो। कई राज्यों के पाम की खेती की संभावना है। खाद्य तेलों में पांच साल में आत्मनिर्भर होना होगा और दूसरे देशों पर निर्भर न रहें। पाम की खेती बढ़ानी होगी और सोया उत्पादन को दोगुना करना होगा। उन्होंने बताया कि पंतजलि ने रुचि सोया कंपी का अधिग्रहण किया है। आने वाले पांच साल में 300 प्रतिशत की ग्रोथ होगी और 50 हजार करोड़ टर्नओवर का लक्ष्य है। पतंजलि के लिए देश बाजार नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माण का मंदिर।