सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि आज 56 लाख 66 हजार से अधिक बच्चों की छात्रवृत्ति ऑनलाइन क्लिक के माध्यम से उनके खातों में भेजने की कार्रवाई की गई है।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश दिवस के तीन दिवसीय आयोजन का रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिल्पग्राम में समापन किया। इस अवसर पर उन्होंने वहां मौजूद कलाकारों के साथ विशिष्ट अतिथियों को भी संबोधित भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को कर्तव्यपालन की सीख भी दी। उन्होंने कहा कि हमें समान रूप से मताधिकार देने वाले संविधान पर गर्व होना चाहिए। हम अपने अधिकारों की बात तो करते हैं लेकिन, दायित्व भी समझने चाहिए। अवध शिल्पग्राम में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 71वां गणतंत्र दिवस है। प्रदेश का स्थापना दिवस समारोह भी 71वां ही होना चाहिए था लेकिन, पहले यह नहीं मनाया जाता था। हमने तीन वर्ष से इसे शुरू किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले आगरा और अवध संयुक्त प्रांत था। 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश अलग राज्य बना। यह सभ्यता और संस्कृति की धरती है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि आज 56 लाख 66 हजार से अधिक बच्चों की छात्रवृत्ति ऑनलाइन क्लिक के माध्यम से उनके खातों में भेजने की कार्रवाई की गई है। पहली किस्त दो अक्टूबर को और दूसरी किस्त 26 जनवरी को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि उनके खातों में हमेशा भेजी जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उप्र देश और और दुनिया को बहुत कुछ दे सकता है। 56 लाख 66 हजार छात्रों के खातों में छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति ऑनलाइन ट्रांसफर करने के साथ ही योगी ने कहा कि पहले छात्र कार्यालयों के चक्कर काटते थे। हमने तय कर दिया कि समाज कल्याण विभाग हर हाल में पहली किश्त दो अक्टूबर और दूसरी किश्त 26 जनवरी को खातों में ऑनलाइन भेज देगा। आज से यह व्यवस्था पूरी तरह अमल में आ चुकी है। अब छात्र अपने समय और ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर प्रदेश और देश का नाम रोशन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कला में पारंगत दिव्यांग बच्चों ने आत्मविश्वास से ओतप्रोत शानदार प्रदर्शन किया, मैं उनके सभी शिक्षकों को इस परिश्रम के लिए हृदय से बधाई देता हूं। यहां पर बेगम अख्तर पुरस्कार भी इस मंच से उन परंपरागत घरानों के उस्तादों को दिया गया, जिन्होंने प्रदेश की कला एवं संस्कृति को नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया। मुझे इन उस्तादों को सम्मानित कर प्रसन्नता की अनुभूति हुई। मैं उन सभी का हृदय से अभिनंदन करता हूं।
संविधान ने हमें मताधिकार का समान अधिकार दिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे संविधान पर हमें गौरव की अनुभूति होती है, क्योंकि संविधान के कारण ही हम न केवल दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं, बल्कि संविधान ने हमें मताधिकार का समान अधिकार भी दिया है। जहां हम सब अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहते हैं, वहां कोई टकराव नहीं होता। वहां कोई स्वार्थ नहीं होता। सब देश के कल्याण के लिए काम करते हैं, इसलिए किसी भी प्रकार का कोई मतभेद और मनभेद नहीं होता। उत्तर प्रदेश प्रदेश के माध्यम से देश और दुनिया को हम बहुत कुछ दे सकते हैं। इसके लिए प्रदेश की 23 करोड़ जनता को पूरी ईमानदारी और ताकत से अपने संवैधानिक दायित्वों का पालन करना होगा। हमारे देश का 71वां गणतंत्र दिवस हमें यही प्रेरणा दे रहा है।
मंच पर समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंदगोपाल नंदी, राज्यमंत्री मोहसिन रजा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज सिंह, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति जितेंद्र कुमार भी थे।
इन्हें मिले बेगम अख्तर सम्मान
उस्ताद अफजाल हुसैन खां निजामी- शास्त्रीय संगीत- कानपुर
उस्ताद युवांकर सिंदूर- गजल- लखनऊ
स्वच्छ भारत मिशन के लिए सम्मानित प्रधान
- आशा देवी- संभल
- योगेंद्र सिंह- फतेहपुर
- अशोक कुमार- फर्रुखाबाद
- मीरा देवी- कन्नौज
- विनोद शुक्ला- कानपुर नगर
- सुलोचना देवी- प्रयागराज
- लता देवी- बुलंदशहर
पर्यटन परियोजना में निवेश के लिए सम्मानित उद्यमी
- सर्वेश कुमार गोयल- लखनऊ- निवेश 75 करोड़ रुपये
- संजय खन्ना- झांसी- 35 करोड़ रुपये निवेश
- विकास मालवीय- वाराणसी- 25 करोड़ रुपये निवेश
- पंकज अग्रवाल- उन्नाव- 24 करोड़ रुपये निवेश
- सुनील शर्मा- वाराणसी- 1.5 करोड़ रुपये निवेश
एक हजार छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रमाण पत्र वितरित
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सामान्य, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक वर्ग के 56 लाख 66 हजार छात्रों के खाते में कुल 3554.44 करोड़ रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए। उन्होंने पांच छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के प्रमाण पत्र सौंपे, जबकि कार्यक्रम में कुल एक हजार छात्र-छात्राओं को विभाग ने प्रमाण पत्र प्रदान किए। इसी तरह से सांकेतिक रूप से आयुष्मान भारत योजना के पांच लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड प्रदान किए गए।