दिल्ली के रण में कांग्रेसी उम्मीदवार कर रहे दिग्गजों का इंतजार

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की लगातार बढ़ रही सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस एक बार फिर से पिछड़ती नजर आ रही है।



नई दिल्ली । दिल्ली में विधानसभा चुनाव की लगातार बढ़ रही सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस एक बार फिर से पिछड़ती नजर आ रही है। पहले उम्मीदवारों के नाम तय करने में पार्टी नेताओं का पसीना छूटा, वहीं अब प्रचार की दौड़ में भी पार्टी भाजपा और आप की तुलना में बहुत पीछे चल रही है। ऐसा लग रहा है, जैसे सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवार ‘एकला चलो रे’ की नीति पर चुनाव लड़ रहे हैं, पार्टी का सहयोग और सहारा कहीं नजर ही नहीं आता।


दिल्ली विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। भाजपा और आप का चुनाव प्रचार भी जोर पकड़ रहा है। भाजपा की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्रीय मंत्री व सांसद प्रचार में उतर गए हैं। इसी तरह आप की ओर से मुख्यमंत्री केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह, भगवंत मान सहित अनेक बड़े नेता रोज रोड शो, जनसभाएं और जनसंवाद कर रहे हैं। इस सबसे इतर कांग्रेस खाली हाथ नजर आ रही है। प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ही कहीं-कहीं जाकर प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालय का उद्घाटन कर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं।


कांग्रेस के दो वीडियो गीत  जारी


कांग्रेस की ओर से चुनाव प्रचार के लिए अब तक दो वीडियो गीत ही जारी किए गए हैं। पहला ‘कांग्रेस वाली दिल्ली, खुशहाल दिल्ली’ और दूसरा ‘आजमा लिया दोनों जुमलेबाजों को, अब बातों में न आएंगे, खुशहाली और प्रगति का हाथ पकड़, आओ कांग्रेस वाली दिल्ली बनाएंगे’। लेकिन यह गीत भी अभी न दिल्ली वालों की जुबान पर चढ़ पाए हैं। जनसभा, रोड शो या कोई अन्य कार्यक्रम तो अब तक नहीं हो पाया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी तो कर दी है, लेकिन इन प्रचारकों का कोई शेडयूल नहीं आया है।


अध्यक्ष कहते हैं कि जो कुछ भी फाइनल होगा, वह उन्हीं की सहमति से होगा। दूसरी तरफ प्रदेश प्रभारी पीसी चाको व सुभाष चोपड़ा के बीच भी संबंध बहुत मधुर नहीं हैं। पूर्व सांसद भी चुनाव प्रचार में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। पूर्व सांसद संदीप दीक्षित तो गुटबाजी का आरोप भी लगा चुके हैं।


बड़े नेता जल्द करेंगे रैली


दिल्ली कांग्रेस के प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद ने बताया कि चुनाव प्रचार की जोरदार रणनीति तैयार है। प्रचार में शीला दीक्षित सरकार की उपलब्धियों के साथ-साथ पार्टी घोषणा पत्र की खास-खास बातों को भी जन-जन तक लेकर जाएगी। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी वाड्रा के कार्यक्रमों का भी पूरा शेड्यूल तैयार है। हर लोस क्षेत्र में कार्यक्रम रखे जाएंगे।


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि गुटबाजी जैसी बात नहीं है। सोमवार से कांग्रेस का प्रचार जोर पकड़ेगा और ऐसा होगा कि अन्य पार्टियों का प्रचार फीका पड़ जाएगा। हमारा प्रचार थोड़े दिनों में ही सभी पर भारी पड़ जाएगा। कांग्रेस इस बार किसी मोर्चे पर कमजोर साबित नहीं होगी बल्कि दिल्ली की सत्ता में अपने दम पर ही कम बैक भी करके दिखाएगी।


चाको और माकन शहर में नहीं


प्रदेश प्रभारी पीसी चाको और घोषणा पत्र समिति अध्यक्ष अजय माकन इस समय शहर में ही नहीं हैं। चाको निजी कारणों से केरल में हैं, जबकि माकन अमेरिका गए हुए हैं। इन दोनों की अनुपस्थिति में भी कुछ समीकरण असंतुलित हो रहे हैं। दूसरी तरफ चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली स्वयं व्यस्त हैं।